हिमांशु धवल
राजसमंद. प्रदेश में दूरस्थ और पिछड़े जिलों में रहने वाले लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 11 जिलों के निजी चिकित्सा संस्थानों को शिथिलता प्रदान की गई है। इसमें चिकित्सालय की न्यूनतम बैड संख्या को घटाने सहित कई परिवर्तन किए हैं, जिससे आमजन को उपचार सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। प्रदेश में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना संचालित है। इसके तहत रोगी को नि:शुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराई जाती है। राज्य सरकार की ओर से परिवर्तित बजट 2024-25 में पिछड़े/दूरस्थ जिलों में संचालित निजी चिकित्सालयों को उक्त योजना से जुडऩे के लिए नियमों में शिथिलता देने की घोषणा की थी। इसके तहत ही राजस्थान सरकार की राजस्थान स्टेट हैल्थ इश्योरेंस एजेंसी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इससे छोटे निजी चिकित्सालय भी जुड़ सकेंगे। उक्त योजना से सम्बद्ध होने के लिए प्राप्त आवेदनों को प्राथमिकता के आधार पर जिला एम्पैनलमेंट कमेटी एवं राज्य एम्पैनलमेंट कमेटी की ओर से निस्तारित किया जाएगा। इससे प्रदेश के पिछड़े/दूरस्थ जिलों के लोगों को चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सकेगा। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना शुरू की थी। भाजपा की सरकार बनने पर इसका नाम बदलकर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना कर दिया गया था।
पिछड़े/दूरस्थ जिलों में यह दी शिथिलता
न्यूनतम बैड संख्या : सभी निजी अस्पतालों के लिए न्यूनतम बैड संख्या 10 रहेगी, जबकि पहले यह 15 बैड की होती थी।
स्पेशिलिटी अस्पताल बैड संख्या : डेंटल, ईएनटी, नेत्र विज्ञान के सिंगल स्पेशिलिटी अस्पताल बेड संख्या 5 रहेगी। बैड संख्या में यह शिथिलन एक वर्ष के लिए दिया जाएगा, लेकिन एक साल में 10 करनी होगी।
प्रोत्साहन राशि : राजकीय अस्पतालों को पैकेज राशि की 5 प्रतिशत एवं निजी अस्पतालों को पैकेज राशि की 10 प्रतिशत अतिरिक्त राशि प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाएगी।
आवदेन शुल्क : योजना से जुडऩे के लिए अस्पताल को ऑनलाइन आवेदन के साथ दस हजार शुल्क जमा कराने का प्रावधान था, लेकिन पिछड़़े/दूरस्थ जिलों में यह राशि पांच हजार कर दी गई है।
यह होगा फायदा
: छोटे एवं निजी चिकित्सालय के इससे जुडऩ़े से बड़े चिकित्सालय में रोगी की संख्या में कमी आएगी
: ग्रामीणों को अपने आस-पास चिकित्सा सुविधा मिलने से जिला मुख्यालय पर नहीं आना पड़ेगा
: रोगी के साथ परिजनों के साथ आवाजााही, खान-पान पर होने वाले खर्च में कुछ कमी होगी
यह है चयनित जिले
बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश के 11 पिछड़े/दूरस्थ जिलों में शिथिलता प्रदान की गई है। इसके तहत बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चितौडगढ़़, धोलपुर, डूंगरपुर, जैसलमेर, करौली, प्रतापगढ़, राजसमंद और सिरोही जिलों को शामिल किया है। इसके साथ ही 27 आकांक्षी ब्लॉक अलग से हैं।
सरकार की महत्वपूर्ण योजना, दी गई कुछ शिथिलता
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इसमें आजमन को गुणवत्तापूर्ण उपचार सुविधा उपलब्ध सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। सरकार की ओर से उक्त योजना के तहत पिछड़े और दूरस्थ जिलों के निजी चिकित्सालयों को इससे जुडऩ़े में कुछ शिथिलता प्रदान की गई है। इससे ग्रामीणों को सुविधा मिलेगी।
डॉ. हेमंत कुमार बिंदल, सीएमएचओर राजसमंद