राजसमंद. मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत निर्माणाधीन फ्लेट का काम कछुआ चाल से चल रहा है। उक्त प्रोजेक्ट को चलते हुए सात साल से अधिक हो गए हैं। लेकिन अभी भी 192 फ्लेट के निर्माण कार्य का श्रीगणेश तक नहीं हुआ है, जबकि संबंधित ठेकेदार फर्म मार्च 2025 तक काम पूरा करने का दावा कर रही है। शहर के देवथड़ी पुलिस लाइन के पीछे मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत 1072 मकानों का 2017 में शिलान्यास हुआ था। जानकारों के अनुसार निर्माण कार्य फरवरी 2021 में पूरा होना था, लेकिन कोरोना के कारण समय सीमा को बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2022 कर दी थी। संबंधित ठेकेदार फर्म ने 288 मकानों के निर्माण कार्य को अधूरा छोड़ दिया। इसके पश्चात कई माह तक काम पूरी तरह से बंद रहा। सितम्बर 2023 में नई ठेकेदार फर्म ने फिर से काम शुरू किया। अगस्त 2024 तक उक्त काम को पूरा किया जाना था, लेकिन अभी तक 192 फ्लेट का निर्माण के लिए अभी तक नींव तक नहीं खुदी है। वर्तमान में आधे फ्लेट्र्स का काम भी पूरा नहीं हुआ है, जबकि नगर परिषद के अधिकारियों को संबंधित फर्म की ओर से मार्च 2025 तक काम पूरा करने के लिए आश्वस्त किया है, जबकि वर्तमान काम की गति को देखते हुए 2025 के अंत तक भी काम पूरा होना मुश्किल दिखाई दे रहा है। आधे-अधूरे काम की वजह से आवंटियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
फैक्ट फाइल
1072 मकानों का करना है निर्माण
640 फ्लेटों का काम हुआ पूरा
240 फ्लेट निर्माणाधीन, काम जारी
192 फ्लेट का काम नहीं हुआ शुरू
44.28 करोड़ का पूरा प्रोजेक्ट
34.14 करोड़ खर्च हो चुके अब तक
77 प्रतिशत काम पूरा, 33 प्रतिशत शेष
एसटीपी का नहीं अता-पता, बोरिंग से चल रहा काम
मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत बनने वाले फ्लेट से निकलने वाले गंदे पानी को ट्रीट करने के लिए एसटीपी बनाया जाना प्रस्तावित है। यहां पर कई माह पहले इसके लिए गड्ढ़ा खोदा गया था, उसका भी कोई अता-पता नहीं है। फ्लेट्स के बीच सीवरेज लाइन बिछाने का काम जारी है। यहां पर अधिकांश जगह अभी ुपक्के रोड नहीं बने है। इसके साथ ही यहां पर साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी है, लेकिन उनका भी कोई अता-पता नहीं है। बोरिंग के पानी से काम चलाया जा रहा है। पाइप लाइन और पानी की टंकी का निर्माण अब तक शुरू नहीं हुआ है।
122 से अधिक आवंटियों ने फेरा मुंह
जानकारों के अनुसार अब तक 122 से अधिक आवंटि उक्त योजना से मुंह फेर चुके हैं। इसमें किसी ने एक किश्त जमा कराई तो किसी ने दो किश्त जमा कराने के बाद शेष किश्त जमा ही नहीं कराई है। नगर परिषद की ओर से इसके लिए कई बार नोटिस भी जारी किए गए, लेकिन किसी के रूचि नहीं दिखाने पर नगर परिषद की ओर से करीब 122 आवंटियों के आवंटन का निरस्त कर दिया है। अब जिनके फ्लेट का निर्माण अब तक शुरू नहीं हुआ है उन्हें आवंटन करने की तैयारी की जा रही है।
100 से अधिक परिवारों ने रहना किया शुरू
आवास योजना के तहत 640 फ्लेट का निर्माण पूरा होने के बाद से कुछ आवंटियों को कब्जा सौंपा जा चुका है। ऐसे में यहां पर अब 100 से अधिक परिवारों ने रहना शुरू कर दिया है। हालांकि इसमें कुछ ने किराए पर फ्लेट ले रखे हैं। दीपावली के बाद से इसमें तेजी आई है। योजना के तहत सुविधाएं पूरी मिलने की स्थिति में इनकी संख्या में और इजाफा हो सकता है।
हाइवे से प्रवेश करना ही मुश्किल
उदयपुर से जयपुर के बीच गुजर रहे हाइवे पर राजसमंद पुलिस लाइन के पास से मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत निर्माणाधीन फ्लेट्र्स में जाने का मुख्य मार्ग है। वर्तमान में उक्त हाईवे पर सर्विस लाइन का निर्माण जारी है। इसके कारण उक्त रोड को खोद दिया गया है। इसके कारण अब करीब दस फीट से अधिक ऊंचाई हो गई है। ऐसे में पैदल चढऩा मुश्किल हो गया है। उक्त रोड पर रोड लाइटें भी नहीं है। इसके कारण रात्रि के समय आवाजाही मुश्किल हो जाती है।
ठेकेदार से की बात, काम जल्द पूरा करने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत निर्माणाधीन फ्लेट्र्स का काम जल्द गति पकड़ेगा। त्यौहारों के चलते अधिकांश श्रमिक चले गए थे, इसके कारण गति धीमी चल रही है। संबंधित ठेकेदार को बुलाकर अतिरिक्त श्रमिकों को लगाकर काम को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
दुर्गेश सिंह रावल, आयुक्त नगर परिषद राजसमंद
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