राजसमंद. कुमावत समाज रूणपछौर चौकी संस्थान एवं कुमावत समाज विकास सेवा समिति की ओर से आयोजित प्रथम श्री तुलसी विवाह के प्रथम दिन श्री ठाकुरजी की भव्य शोभायात्रा जोश और उत्साह के साथ निकाली गई। शादी से पूर्व बरात व वर-वधू की शहर में बिंदोली निकाली गई। श्रद्धा और उत्साह के साथ भक्ति संगम देखने को मिला। आज मंगलवार को अपराह्न तीन बजे सभी दुल्हने दूल्हे के साथ विदा की गई। अशोक कुमावत ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार को श्री कुमावत समाज रुणपछौर चौकी संस्थान, रावली पाटिया कांकरोली में सुबह 10 बजे वर-वधू आगमन, सेल्फी कार्यक्रम के बाद दोपहर 3 बजे श्री ठाकुरजी (सालिगरामजी) की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। समाजजनों की ओर से ठाकुरजी श्रीचारभुजानाथ कांकरोली, श्रीचारभुजानाथ अहमदाबाद के स्वागत में शहर के मुख्य मार्ग राठासेन माता मंदिर से रावली पाटिया तक स्वागत द्वार लगाए गए। दुल्हों के लिए घोड़े, दुल्हनों के लिए बग्गी, दो बैंडबाजों, श्री ठाकुरजी के भक्तिमय भजनों व जयकारों के साथ, स्वागत में जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
पाणिग्रहण संस्कार आज
सामूहिक सम्मेलन के तहत निकाली गई बिन्दोली के कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर स्वागत किया गया। रात को सांस्कृतिक संध्या राजस्थानी कालाकारों की ओर से प्रस्तुत किए गए। मंगलवार को सुबह 11बजे तोरण, 11.35 पर पाणिग्रहण संस्कार,व समाज द्वारा भामाशाहों का सम्मान कार्यक्रम होगा। इसके पश्चात दोपहर 3.15 बजे दुल्हा-दुल्हन को विदा किया जाएगा।
ठाकुरजी की आरती कर किया स्वागत
समाज के 32 गांवों के पुरुषों और महिलाओं व समाजबंधु ने उमंग उत्साह से भाग लिया। शोभायात्रा राठासेन माताजी के यहां से प्रारंभ होकर, चौपाटी, टीवी.ेस चौराह होते हुए समारोह स्थल रावली पाटिया कांकरोली पहुंची। समाज अध्यक्ष सुंदरलाल दौराया, मंत्री सुंदरलाल सिंगलवाल, कोषाध्यक्ष मोहनलाल मानणिया व सामुहिक विवाह कमेटी सदस्यों व कुमावत समाज महिला मंडल समाजनों ने ठाकुरजी की आरती कर स्वागत किया।