राजसमंद. चारभुजा कस्बे में जल आपूर्ति का एक दिलचस्प लेकिन गंभीर मामला सामने आया है। यहां 30 साल पहले बनी पानी की टंकी की भराव क्षमता अब लगभग आधी हो चुकी है, लेकिन उपभोक्ताओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। पहले जहां केवल 60-70 घरों को पानी की आपूर्ति होती थी, अब यह संख्या बढ़कर 350 से भी अधिक हो गई है। जानकारी के अनुसार इस पुरानी टंकी की क्षमता केवल 120 हजार लीटर पानी की है, जबकि कस्बे के ऊंचे इलाकों जैसे विसल नगर और छात्रावास ढोरडा तक पानी की सप्लाई बेहद कम हो गई है। यहां के लोग अक्सर पानी के लिए परेशान रहते हैं और उन्हें जलापूर्ति की उम्मीद पूरी तरह टूट चुकी है।
चार साल पहले नई टंकी का भेजा था प्रस्ताव, लेकिन…
यह मामला तब और गंभीर हो गया, जब 4 साल पहले नई पाइपलाइन बिछाई गई थी और उसी समय नई टंकी के निर्माण का प्रस्ताव भी भेजा गया था। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि 4 साल बीत जाने के बावजूद विभाग ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया।
विभाग नहीं दे रहा ध्यान
ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों से नई टंकी बनाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन विभाग ने अब तक इस पर कोई प्रपोजल तक तैयार नहीं किया। अब, कस्बे के लोग महेंद्र दास वैष्णव, गोविंद लाल गुर्जर, शांतिलाल टैलर, दिनेश चंद्र टैलर और वार्ड प्रतिनिधि रमेश चंद्र गुर्जर ने एकजुट होकर विभाग से तुरंत नई टंकी निर्माण की मांग की है, ताकि पानी की कमी से जूझ रहे उपभोक्ताओं को समय पर जल मिल सके। अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं निकला, तो कस्बे के लोग पानी की टंकी की स्थिति को लेकर एक बड़ा आंदोलन भी कर सकते हैं।