श्री पुष्टिमार्गीय तृतीय पीठ प्रन्यास के श्री द्वारकाधीश मंदिर में रविवार को होलाष्टक शुरु होने के साथ फागुन अपने पूरे परवारन पर पहुंच गया इसके तहत प्रभु द्वारकाधीश को आज जहां विशेष शृंगार धराया गया वही शाम को शयन के दर्शन में प्रभु के सम्मुख राल गुलाल उड़ाई गई श्री द्वारकाधीश मंदिर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि सोमवार प्रातः श्रृंगार में तृतीय पीठाधीश्वर गोस्वामी डॉक्टर वागीश कुमार महाराज की आज्ञा से प्रभु श्री द्वारकाधीश को श्री मस्तक पर सोने का मुकुट, खसखसी दोनों काछनी, वैसी सूथन ,वैसा ही पितांबर ,सोने के आभरण ,श्वेत चिकने ठाडे वस्त्र ,लाल खिनखाप को फरर्गुल ,और वनमाला का श्रृंगार धराया गया तत्पश्चात राजभोग दर्शन में प्रभु द्वारकाधीश को निज तिवारी में विराजित किया गया इसके लिए आकर्षक केले के पेड़ों से निज तिवारी को सजाया गया वही प्रभु द्वारकाधीश को गुलाब की मंडली में विराजित किया गया यहा प्रभु द्वारकाधीश को गुलाल अबीर की सेवा धराई गई और श्रद्धालुओं पर भी गुलाल अबीर पिचकारी से रंग वर्षा की गई इन दर्शनों को करने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे वही शाम को शयन में प्रभु द्वारकाधीश के सम्मुख राल उड़ाई गई तदुपरांत गोवर्धन चौक में आम श्रद्धालुओं के बीच भी राल उड़ाई गई इन दर्शनों को करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे
