राजसमन्द। खान एवं भूविज्ञान विभाग की सभी पत्रावलियां अब ई-फाइलिंग सिस्टम से ही संचालित होगी। यह बात निदेशक खान एवं भूविज्ञान भगवती प्रसाद कलाल ने आयोजित कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने अधिकारियों से विभागीय राजस्व में होने वाली छीजत को रोकते हुए राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
निदेशक ने विभागीय अधिकारियों से वर्चुअली संवाद कायम करते हुए ई-फाइलिंग व्यवस्था की समीक्षा की और निर्देश दिए कि भविष्य में किसी भी कार्यालय की पत्रावलियां ऑफ लाईन संचालित नहीं होनी चाहिए। ई-फाईल मोड पर भी पत्रावलियों के निस्तारण कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। विभाग द्वारा ई फाइलिंग सिस्टम पर अधिकारियों व कार्मिकों को ऑनलाईन ट्रेनिंग दी गई है और उसके बाद भी किसी तरह की जानकारी आवश्यक समझी जायें तो मुख्यालय स्तर पर संपर्क कर समाधान किया जा सकता है।
अब सभी पत्रावलियां ई-फाइलिंग सिस्टम से ही संचालित होगी
कलाल ने कहा कि विभाग की पुरानी बकाया राशि की 50 प्रतिशत और चालू बकाया की शतप्रतिशत वसूली की जानी हैं वहीं न्यायालय में वसूली से संबंधित विचाराधीन प्रकरणों में प्रभावी तरीके से विभाग का पक्ष रखते हुए निस्तारण के प्रयास किये जायें। उन्होंने एक करोड़ से अधिक के अवैध खनन, परिवहन और निर्गमन के 29 प्रकरणों में बकाया 128 करोड़ की राशि की वसूली की एसएमई स्तर पर मोनेटरिंग करने को कहा। उन्होंने कहा कि राजकीय राजस्व की वसूली में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निदेशक भगवती प्रसाद कलाल ने ई फाइलिंग के कार्य में विभागीय कार्यालयों में अच्छा कार्य कर रहे दस कार्यालयों मुख्यालय उदयपुर, एमई जयपुर, आमेट, भीलवाड़ा, एमई रिट जोधपुर, एसएमइ जयपुर, अतिरिक्त निदेशक माइंस जयपुर, एमई अजमेर, बीकानेर और एसएमई अजमेर कार्यालय की सराहना की वहीं कम
प्रगति वाले कार्यालयों को व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध खनन गतिविधियों पर नजर रखने साथ ही सख्ती से कार्यवाही करने कहा।
खान निदेशक के तकनीकी सहायक देवेन्द्र गौड़ ने पीपीटी के माध्यम से सभी कार्यालयों की बकाया व वसूली की प्रगति से अवगत कराया।
वर्चुअल बैठक में अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा, पीआर आमेटा, एमपी मीणा, वाईएन सहवाल, वित्तीय सलाहकार गिरिश कछारा, एसएमई कमलेश्वर बारेगामा, सतीश आर्य, श्री के एनके बैरवा, एनएस शक्तावत, अनिल को काबरा, भीम सिंह, अनिल खमेसरा, जय गुरुबख्सानी, केसी गोयल, श्याम कापड़ी, मनोज शर्मा, जिनेश हुमड़, अनुज गोयल, चदन कुमार, पुष्पेन्द्र मीणा, पुष्पेन्द्र सिंह, चंदन कुमार, एसीपी जयेश आदि ने अपने अपने क्षेत्र की विस्तार से जानकारी दी।
कॉन्फ्रेंस में विभाग के अतिरिक्त निदेशक, एसएमई, एमई स्तर के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।