राजसमंद. प्रदेश के सरकारी स्कूल काफी समय से व्याख्याताओं के अभाव में परेशानी झेल रहे हैं, लेकिन कुछ समय बाद इस परेशानी से निजात मिलने वाली है। क्योंकि पदोन्नति कर व्याख्याता स्कूलों में लगाए जाएंगे जिससे इनकी कमी की पूर्ति होगी। जानकारी के अनुसार प्रदेश में राज्य के उच्च माध्यमिक स्कूलों में वर्तमान में व्याख्याता के 17550 पद रिक्त चल रहे हैं। इनकी डीपीसी कर इनको पदोन्नत किया जाएगा। जिससे स्कूलों में व्याख्याताओं के रिक्त पदों में कमी आएगी। गौरतलब है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 10530 सैकण्ड ग्रेड शिक्षकों की व्याख्याता पदों पर पदोन्नति की गई है। हाल ही में आरपीएससी अजमेर में वर्ष 2021-22 और वर्ष 2022-23 की डीपीसी के लिए बैठक आयोजित की थी। इसमें 10530 सैकंड ग्रेड शिक्षकों की डीपीसी की गई है।
आरपीएससी से अनुमोदन के बाद जारी होंगे आदेश
जानकारी के अनुसार आरपीएससी की ओर से इनका अनुमोदन किया जाएगा। यहां से अनुमोदन किए जाने के बाद सूची माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पास जाएगी और वहां से इनके चयन आदेश जारी किए जाएंगे। व्याख्याता पदों के अलावा 88 उपाचार्य, 485 प्रधानाध्यापक, 24 उप जिला शिक्षाधिकारी, 20 पुस्तकालय अध्यक्ष ग्रेड-1 इसके अतिरिक्त 663 शारीरिक शिक्षक और 93 पुस्तकालय अध्यक्ष शामिल है। डीपीसी में प्रमोट हुए व्याख्याता के पदस्थापना के बाद इनमें से 10 हजार से अधिक पद भर पाएंगे।
चार साल से बकाया चल रही थी डीपीसी
जानकारी के अनुसार व्याख्याता पदों की पिछले 4 साल की डीपीसी बकाया है। इसके लिए लगातार शिक्षक संगठनों की ओर से मांग उठाई जा रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ने वर्तमान में दो वर्षों की डीपीसी की है। लेकिन दो वर्ष की अभी भी बाकी रह गई है। जिसका भी शिक्षकों को इंतजार बना हुआ है। इधर पदोन्नत सभी कार्मिकों को शीघ्र ही पदस्थापन किए जाने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।
…तो भर जाएंगे 87 प्रतिशत पद
राज्य के स्कूलों में व्याख्याताओं के 55340 पद स्वीकृत हैं। जिसमें से वर्तमान में 31 प्रतिशत पद काफी समय से रिक्त चल रहे हैं। डीपीसी में पदोन्नत हुए 10 हजार व्याख्याताओं को पोस्टिंग दिए जाने के बाद सिर्फ 13 प्रतिशत ही रिक्त रहेंगे। इसे भी दो साल की शेष रही डीपीसी को करके पदों को पूरा भर दिया जाएगा। इस दिशा में सरकार की ओर से कार्य किया जा रहा है।