राजसमंद. आगामी 1 से 3 दिसंबर तक आयोजित होने वाले कुंभलगढ़ महोत्सव की तैयारियों के संबंध में जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने शनिवार को कुंभलगढ़ उपखंड अधिकारी कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया और महोत्सव की सफल आयोजन हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं पर चर्चा की। इस दौरान एडीएम नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा, एसडीओ गोविंद सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, पर्यटन उप निदेशक शिखा सक्सेना, सहित कई विभागों के अधिकारी, होटल एसोसिएशन, जिप एसोसिएशन सहित अन्य मौजूद रहे। बैठक के दौरान जिला कलक्टर असावा ने महोत्सव में आने वाले पर्यटकों के लिए यातायात, सुरक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
पर्यटन उप निदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि बैठक में कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महोत्सव के दौरान आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें।कुंभलगढ़ महोत्सव राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को संजोने और प्रदर्शित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है, जिसमें देश-विदेश के पर्यटक बड़ी संख्या में शिरकत करते हैं। इस तीन दिवसीय महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक नृत्य, शिल्प प्रदर्शनी और कई प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जो पर्यटकों को राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर से अवगत कराएंगी। इस बार इस फेस्टिवल में गत वर्षों की तुलना में गतिविधियों में इजाफा करेंगे। जिला प्रशासन के सभी अधिकारी महोत्सव को सफल बनाने के लिए संकल्पबद्ध है और इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया जारी है। उत्सव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए आयोजित बैठक में विभिन्न व्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में उप निदेशक सक्सेना द्वारा उत्सव की संपूर्ण रूपरेखा का प्रस्तुतीकरण किया गया, ताकि इस कार्यक्रम के हर पहलू की योजना और आयोजन सुचारू ढंग से हो सके। इसके साथ ही उद्घाटन कार्यक्रम के आयोजन पर भी विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि सप्ताह भर में इसका फाइनल प्लान और टाइम टेबल जारी करेंगे।
बैठक में उत्सव में आने वाले पर्यटकों और प्रतिभागियों के लिए बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था, प्रमुख स्थानों पर पीने के पानी की समुचित व्यवस्था, दुर्ग के मुख्य द्वार, चौगान पोल, प्रताप चौराहा और अन्य कार्यक्रम स्थलों पर पानी की उपलब्धता, केलवाड़ा से दुर्ग तक मार्ग की साफ-सफाई, लाइनिंग, मार्ग सुगम और आकर्षक बनाने, दुर्ग के अंदर भी साफ-सफाई की पुख्ता व्यवस्था और सड़क को सुव्यवस्थित रखने के लिए केलवाड़ा से दुर्ग तक की सड़क की मरम्मत आदि को लेकर चर्चा करते हुए कलक्टर ने दिशा निर्देश दिए। उत्सव के दौरान सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं को ध्यान में रखते हुए फायर ब्रिगेड की सुविधा, एम्बुलेंस और अस्थायी चिकित्सा टीम की व्यवस्था, आकस्मिक स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता, भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए ट्रैफिक प्रबंधन, पुलिस बल, महिला कांस्टेबल और मोबाइल पुलिस बल की तैनाती को लेकर भी विचार विमर्श हुआ।
ऐसे ही विशिष्ट कलाकारों के वाहनों को दुर्ग के भीतर प्रवेश की अनुमति अन्य कलाकारों के वाहनों के लिए दुर्ग के बाहर पार्किंग की व्यवस्था,रात्रि के कार्यक्रमों में बेहतर दृश्यता के लिए हल्ला पोल से व्यू प्वाइंट तक विभिन्न स्थानों पर रोशनी की व्यवस्था और व्यू प्वाइंट पर पर्याप्त प्रकाश सुनिश्चित करने को लेकर भी दिशा निर्देश दिए। प्रचार-प्रसार के लिए होटलों में ठहरे पर्यटकों को उत्सव की जानकारी देने हेतु प्रचार सामग्री, प्रचार के लिए फ्लेक्स, बैनर और होर्डिंग्स का उपयोग, उत्सव के दौरान लाईट एंड साउंड शो को स्थगित रखने, चिकित्सा और पुलिस टीम के लिए भोजन पैकेट्स की व्यवस्था सुनिश्चित करने आदि बिंदुओं पर चर्चा करते हुए बैठक में सभी विभागों ने कुंभलगढ़ महोत्सव 2024 को सफल बनाने के लिए एकजुट होकर अपने-अपने कर्तव्यों का पालन करने का संकल्प लिया।