राजसमंद। नाथद्वारा स्थित पुष्टिमार्गीय वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधान पीठ में मनाई जाने वाली श्रीनाथजी की होली, नगर ही नहीं, पूरे मेवाड़ क्षेत्र में सबसे बड़ी होली मानी जाती है। यह होली 35 से 40 फीट ऊंचाई तक बनती है और इसे बनाने में हजारों कांटों की गठरियों का इस्तेमाल होता है।
होली मंगरा पर बन रही है होलिका:
तहसील रोड स्थित होली मंगरा पर श्रीनाथजी की होली का निर्माण श्रमिक और कांटों की गठरियां लाने वाली महिलाएं पूरी तरह तैयार करती है।
यहां काम करने वाले श्रमिकों का कहना है कि वे कई सालों से इसी तरह हर साल इस होलिका का निर्माण करते आ रहे हैं।
दर्शकों का आकर्षण:
इस होली को देखने दूर-दूर से दर्शनार्थी भी आते हैं। यह क्षेत्र की सबसे बड़ी होली होती है। श्रीनाथजी की होली के प्रज्वलन के बाद लगभग 50-60 फीट ऊंची लपटे उठती हैं, जिससे पूरा नगर प्रकाशित हो जाता है। इसके साथ ही नगर और आसपास के गांवों में भी होलिका प्रज्वलित की जाती है।