राजसमन्द। राजसमंद स्वास्थ्य विभाग एक तरफ जहां मरीजों को शत-प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का दावे कर रहा है। वहीं, दूसरी तरफ जिले में एम्बुलेंस व चिकित्सा व्यवस्था की लापरवाही से मरीजों की मौत तक हो जाती है। आखिर इस तरह मौतों का जिम्मेदार कौन है। कहीं एम्बुलेंस कर्मचारी की लापरवाही तो कही जिला चिकित्सालय में इक्विपमेंट व डॉक्टरों की कमी से मरीजों की मौत तो नही हो रही है, यह बड़ा सवाल है।
पूरा मामला राजसमंद के जिला चिकित्सालय का है जहां कुछ दिन पूर्व एक युवक जिसका एक्सीडेंट गोमती टोल नाके के पास में होना बताया। उसी दौरान उसका इलाज के लिए आरके चिकित्सालय राजसमंद लाया गया जहां पर मरीज की स्थिति देख डॉक्टर ने उसे उदयपुर रेफर कर दिया। लेकिन एंबुलेंस 108 के कर्मचारियों ने लापरवाही की और परिजनों का आने का इंतजार किया लेकिन मरीज के परिजनों का कुछ पता नहीं लगा ऐसे में चिकित्सा कर्मी व अन्य के गैर जिम्मेदाराना आचरण से वह मरीज गंभीर हालत में तड़पता रहा मरीज, आखिर में अलविदा हो गया।
भविष्य में ऐसा दुबारा ना हो इसके लिए कदम उठाने आवश्यक है।