राजसमंद। जैन मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि अतुल कुमार रात्रि कालीन प्रवचन माला के दौरान मुनि अतुल कुमार ने सुश्रावक पारस बाफना के निवास स्थान पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पैसा कोई पाप नहीं है। यह पैसे के प्रति जो प्यार है वह पाप है। पाप से कमाया धन फलता नहीं है, कारण यह है कि पाप का धन ज्यादा देर ठहर नहीं सकता। उससे कई गुना ज्यादा चला जाता है। इसलिए पुण्य का कमाया धन इक्का करें।
हम सब इस दुनिया में इसलिए आते हैं क्योंकि हमें किसी से लेना होता है तो किसी का देना होता है। इस तरह से प्रत्येक को कुछ ना कुछ लेने देने के हिसाब चुकाने होते हैं। इस कर्ज का हिसाब चुकता करने के लिए इस दुनिया में कोई बेटा बनकर आता है तो कोई बेटी बनकर आती है, कोई पिता बनकर आता है तो कोई मां बनकर आती है, कोई पति बनकर आता है तो कोई पत्नी बनकर आती है, कोई प्रेमी बनकर आता है तो कोई प्रेमिका बनकर आती है, कोई पड़ोसी बनकर आता है तो कोई रिश्तेदार बनकर आता है, को